फ्रीडिश द्वारा भविष्य के लिए कुछ टेस्ट चैनल i-cas के नाम से शुरू किए गए हैं, हालाकि ये अभी सिर्फ टेस्ट सिग्नल ही प्रसारित कर रहे हैं पर कुछ समय बाद इन चैनलों पर टीवी चैनलों का प्रसारण होगा।
दरअसल i-cas (इंडियन कंडीशनल एक्सेस सिस्टम) तकनीक द्वारा चैनलों को कूटबद्ध किया जाता है। यह चैनलों के प्रसारण को छुपे हुए कोड के माध्यम से प्रसारित करने की तकनीक है ताकि प्रसारण केवल वही देख पाएँ जिसने इस कोड को डिकोड करने में सक्षम सेट टॉप बॉक्स लगाया हुआ हो।
चैनलों को कूटबद्ध करने की जरूरत इसलिए है ताकि प्रसारण का कोई दुरुपयोग न हो और कंपनियों को अपने दर्शकों की संख्या का सही अनुमान मिल सके। फ्रीडिश द्वारा i-cas का इस्तेमाल भविष्य में किया जाएगा और इसी कारण इसके लिए i-cas युक्त सेट टॉप बॉक्स बाज़ार में उपलब्ध कराए जाएंगे।
अभी दर्शकों को चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि i-cas से कूटबद्ध चैनल अभी शुरू नहीं हुए हैं। जब भी ये शुरू होंगे, इनकी संख्या सीमित होगी। वर्तमान MPEG-2 सेट टॉप बॉक्स उपयोगकर्ता अपने चैनल देखते रहेंगे।